Fastest women racer स्नेहा शर्मा हवा से बाते करती लड़की
16 वर्ष की उम्र से रेसिंग करती स्नेहा शर्मा आज एक Professional Pilot है आज इनकी Story कई लड़कियो को inspire करती है। बचपन से ही रेसिंग से Passionate रही स्नेहा को आज पूरी दुनिया जानती है।
''इंडियास फास्टेस्ट वुमन रेसर'' कही जाने वाली स्नेहा शर्मा पेशे से पायलट है। बचपन से स्पीड में दिलचस्पी रखने वाली स्नेहा शुरुवात में साइकिल रेस में हिस्सा लेती थी। बड़ी हुई तो कार रेसिंग की तरफ झुकाव हुआ। उन्होंने रेसिंग का कोई प्रशिक्षण नहीं लिया , लेकिन पढाई के दौरान शौकिया की वे कही स्थानिक Event में हिस्सा लेने लगी।
दुर्घटनाओ को जोखिम व पढाई से ध्यान न हट जाए ,इस डर से मातापिता ने उन्हें रोकने की बहोत कोशिश की। parents को मनाने के लिए वे रेसिंग के दौरान किताबे भी साथ ले जाती थी। पायलट होने के साथ किसी तरह उन्होंने अपने रेसिंग के जूनून को भी राष्ट्रीय स्तर तक पहुचाया।
स्नेहा नौकरी करके परिवार की मदत करना चाहती थी , पायलट का Profession उनके शौक से मेल खाता था इसलिए उन्होंने इस क्षेत्र में करियर बनाने का फैसला किया। 2008 में फ्लाइंग ट्रेनिंग लेने के लिए वो कैलिफोर्निया चली गयी। एक साल बाद आकर उन्होंने US के फ्लाइंग लायसेंस को भारत के लायसेंस में परिवर्तित कराया। इस प्रकिया में उन्हें करीब २ साल का वक़्त लगा।
इस दौरान वे अपने रेसिंग के शौक को पूरा करने के लिए स्थानिक प्रतियोगिताओ में हिस्सा लेती रही। 2009 में उन्हें पहली बार एक निजी company ने National Level की National Four Stroke Go Carting Championship के लिए Sponsor किया। इस Championship में स्नेहा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। इस के बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
Mercedes Young Star driver Program के दौरान उन्हें India's Fastest women का किताब मिला।
2012 में उन्हें एक एयरलाइन्स में अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट के Pilot के रूप में नौकरी मिल गयी।
फिट रहने के लिए रोजाना 2 घण्टे का Work-out
स्नेहा कहती है की रेसिंग भी Sports का हिस्सा है। इसमें अक्सर चोटिल होने का खतरा रहता है। कई बार उन्हें फैक्चर मासपेशियो और गर्दन चोट लग चुकी है। इस स्थिति से निपटने के लिए शारारिक रूप से मजबूत होना जरुरी है। स्नेहा रोजाना समय मिलने पर Running, jogging,push-ups,Swimming,Power योगा सहित 2 घंटे का Workout करती है। Diet में chicken , अंडे,फल ,हरी सब्जिया , प्रोटीन विटामिन के साथ sugar Free आहार लेती है।
जरूर पढ़े :जिन लोगो ने अपने Passion को ही अपना profession बनाया
शरीर को रेसिंग के लिहाज से फिट बनाने स्नेहा ने Exercise और Diet के बौदोलत अपना वजन को 90 किलो से घटाकर 60 किलो किया।
छुट्टियों के दौरान रेसिंग
नौकरी में छुट्टियों के दौरान जब उनके साथी Enjoy करते थे वे रेसिंग करती थी। उनकी लगन क्षमताओ को देख कर 2014 में एयरलाइन्स भी उनकी मदत के लिए सामने आ गयी। स्नेहा अब तक 9 category की विभिन्न चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुकी है। इनमे 6 National वो जीत चुकी है। 14 run up रही है।
जरूर पढ़े : world youngest CEO Suhas Gopinath सुहास गोपीनाथ
16 वर्ष की उम्र से रेसिंग कर रही है स्नेह शर्मा |
16 वर्ष की उम्र से रेसिंग करती स्नेहा शर्मा आज एक Professional Pilot है आज इनकी Story कई लड़कियो को inspire करती है। बचपन से ही रेसिंग से Passionate रही स्नेहा को आज पूरी दुनिया जानती है।
''इंडियास फास्टेस्ट वुमन रेसर'' कही जाने वाली स्नेहा शर्मा पेशे से पायलट है। बचपन से स्पीड में दिलचस्पी रखने वाली स्नेहा शुरुवात में साइकिल रेस में हिस्सा लेती थी। बड़ी हुई तो कार रेसिंग की तरफ झुकाव हुआ। उन्होंने रेसिंग का कोई प्रशिक्षण नहीं लिया , लेकिन पढाई के दौरान शौकिया की वे कही स्थानिक Event में हिस्सा लेने लगी।
दुर्घटनाओ को जोखिम व पढाई से ध्यान न हट जाए ,इस डर से मातापिता ने उन्हें रोकने की बहोत कोशिश की। parents को मनाने के लिए वे रेसिंग के दौरान किताबे भी साथ ले जाती थी। पायलट होने के साथ किसी तरह उन्होंने अपने रेसिंग के जूनून को भी राष्ट्रीय स्तर तक पहुचाया।
स्नेहा नौकरी करके परिवार की मदत करना चाहती थी , पायलट का Profession उनके शौक से मेल खाता था इसलिए उन्होंने इस क्षेत्र में करियर बनाने का फैसला किया। 2008 में फ्लाइंग ट्रेनिंग लेने के लिए वो कैलिफोर्निया चली गयी। एक साल बाद आकर उन्होंने US के फ्लाइंग लायसेंस को भारत के लायसेंस में परिवर्तित कराया। इस प्रकिया में उन्हें करीब २ साल का वक़्त लगा।
इस दौरान वे अपने रेसिंग के शौक को पूरा करने के लिए स्थानिक प्रतियोगिताओ में हिस्सा लेती रही। 2009 में उन्हें पहली बार एक निजी company ने National Level की National Four Stroke Go Carting Championship के लिए Sponsor किया। इस Championship में स्नेहा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। इस के बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा।
Mercedes Young Star driver Program के दौरान उन्हें India's Fastest women का किताब मिला।
2012 में उन्हें एक एयरलाइन्स में अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट के Pilot के रूप में नौकरी मिल गयी।
फिट रहने के लिए रोजाना 2 घण्टे का Work-out
स्नेहा कहती है की रेसिंग भी Sports का हिस्सा है। इसमें अक्सर चोटिल होने का खतरा रहता है। कई बार उन्हें फैक्चर मासपेशियो और गर्दन चोट लग चुकी है। इस स्थिति से निपटने के लिए शारारिक रूप से मजबूत होना जरुरी है। स्नेहा रोजाना समय मिलने पर Running, jogging,push-ups,Swimming,Power योगा सहित 2 घंटे का Workout करती है। Diet में chicken , अंडे,फल ,हरी सब्जिया , प्रोटीन विटामिन के साथ sugar Free आहार लेती है।
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शरीर को रेसिंग के लिहाज से फिट बनाने स्नेहा ने Exercise और Diet के बौदोलत अपना वजन को 90 किलो से घटाकर 60 किलो किया।
छुट्टियों के दौरान रेसिंग
नौकरी में छुट्टियों के दौरान जब उनके साथी Enjoy करते थे वे रेसिंग करती थी। उनकी लगन क्षमताओ को देख कर 2014 में एयरलाइन्स भी उनकी मदत के लिए सामने आ गयी। स्नेहा अब तक 9 category की विभिन्न चैंपियनशिप में हिस्सा ले चुकी है। इनमे 6 National वो जीत चुकी है। 14 run up रही है।
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