अर्थराइटिस यानी गठिया जोड़ो के दर्द के ऐसी बीमारी है , जिसके होने की कोई निश्चित वजह बता पाना बहुत ही मुश्किल होता है। शायद इसलिए मेडिकल साइंस की भाषा में इसे auto -immune Disease कहते है। आम जोड़ो के दर्द यानी अर्थराइटिस में कोई एक बीमारी न होकर कई तरह की बीमारी का मिश्रण होता है। जोड़ो में सूजन और हाथ -पैरो के जोड़ो में तेज दर्द होने लगता है। लोग इसे बुजुर्गो की लाइलाज बीमारी मन बैठे है। जब की यह सही नहीं है।
मानव immune system Protein ,biochemical , और Cells से मिलकर बनी हुई है। यह शरीर को बाहरी चोटो से बचाते है। और शरीर में बैक्टरिया तथा वायरस को प्रवेश नहीं करने देते लेकिन कभी कभार इनसे भी गलती हो जाती है , लिहाजा यह शरीर में मौजूद प्रोटीन्स को ही नष्ट करने लगता है। जिससे अर्थराइटिस जैसे auto -immune Disease हो जाते है।
अर्थराइटिस /गठिया
मौजूदा तेज और बिज़ी lifestyle के दौर में इंसान के भोजन में पौष्टिकता घटती जा रही है। खासकर बाहरी भोजन और packed फ़ूड के सेवन से कई रोगों का आक्रमण हो रहा है। इससे भयंकर दर्द देनेवाली बीमारिया घर करती जा रही है। अर्थराइटिस ऐसी ही भयंकर दर्द देनेवाली बीमारी है। जो शरीर के तमाम जोड़ो को प्रभावित करती है। जपछले तो यह बीमारी 55 से 60 साल के लोगो को होती थी , लेकिंग अब यह बीमारी 40 से 45 साल के लोगो को भी अपना निशाना बना रही है। शरीर में एसिड के मात्रा बढ़ाना ही इस बीमारी के होने का मुख्य कारण है। दूसरे शब्दो में अगर कहे , तो अर्थराइटिस का मतलब है जोड़ो में सूजन।
- भयानक पीड़ा देनेवाली बीमारी:
- ओवरवेट लोगो को खतरा जादा :
- अर्थराइटिस/ गठिया के लक्षण :
चलने फिरने से जोड़ो में दर्द।
घुटनो में अकडन आ जाती है।
अर्थराइटिस दो तरह के होते है।
अर्थराइटिस का इलाज कैसे करे :
कब्ज से मुक्ति जरुरी :
जोड़ो में सूजन भी हो जाती है।
उंगलियो के जोड़ो में दर्द होना।
कंधो में दर्द होना।
अर्थराइटिस दो तरह के होते है।
1 ऑस्टियो अर्थराइटिस
२ रयूमेटाइड अर्थराइटिस
अर्थराइटिस का इलाज कैसे करे :
कब्ज से मुक्ति जरुरी :
अर्थराइटिस बीमारी का पेट से सीधा संबंध होता है। जिन लोगो का पेट ठीक से साफ नहीं होता या खाना ठीक से हजम नहीं होता , उनको अर्थराइटिस होना का सबसे जादा खतरा होता है। इसलिए डॉक्टर कहते है की अर्थराइटिस से मुक्ति होने के लिए कब्ज से छुटकारा पाना बहुत जरुरी है। इसके लिए रोगी को कुछ दिन तक गुनगुना एनिमा देना चाहिए ताकि उसका पेट साफ हो जाए।
तांबे के बर्तन का पानी पिए :
तांबा यानी Copper अर्थराइटिस के दर्द से बहुत हद तक आराम दिलाता है। डॉक्टर की सलाह पर कई लोग तो अर्थराइटिस के दर्द से बचने के लिए तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते है। इसका scientific Reason यह है की तांबे में मौजूद ऑक्सिकारणरोधी गन अर्थराइटिस में हो रही जलन को काम करने में मदत करते है।
अर्थराइटिस में अदरक संजीवनी के सामान:
अर्थराइटिस के दर्द को काम करने में अदरक रामबाण का काम करता है। इसलिए कई डॉक्टर मरीजो को अदरक के सेवन की सलाह देते है ,क्योकि यह बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। रोजाना दो ग्राम अदरक दो बार लेने से अर्थराइटिस का दर्द बहोत कम हो जाता है। हल ही में हुए मेडिकल रिसर्च में भी कहा गया है की सुप व सलाद के साथ अदरक का सेवन अर्थराइटिस की समस्या में राहत देता है।
एलोवेरा है अमृत :
एलोवेरा वैसे स्किन के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। लेकिन यह जोड़ो के दर्द में रामबाण इलाज है , एलोवेरा को सरसो की तेल में गर्म करके लगाने से जोड़ो के दर्द को कम किया जा सकता है। एलोवेरा का सेवन केवल अर्थराइटिस के दर्द में ही आराम नहीं देता , बल्कि अन्य बहुत साडी बीमारियों में भी यह फायदेमंद है। एलोवेरा immune System और ऊर्जा के स्तर को मजबूत करता है।
Steam bath और Massage:
स्टीम बाथ और शरीर की मालिश अर्थराइटिस में बहुत हद तक आराम देता है , सरसो के तेल में लहसुन का रस कपूर मिलाकर मालिश करने से बहुत जादा आराम होता है। कई डॉक्टर कहते है जैतून से भी मालिश करने से अर्थराइटिस की पीड़ा कम हो जाती है।
शहद :
रोजाना शहद में थोड़ी दालचीनी मिलाकर गर्म पानी के साथ सेवन करने से अर्थराइटिस से जल्दी आराम मिलता है।
हरी सब्जियों का रस पिए :
अर्थराइटिस से जल्द जल्द छुटकारा पाने के लिए आपको हरी सब्जियों का जूस सुबह खाली पेट रोजाना पीना होगा। लौकी, पत्तागोबी ,पालक,तरबूज ,खीरा , ककड़ी etc
नमक और गरम पानी :
रोज रात को थोड़ा गरम पानी में नमक मिलाकर अपने जोड़ो को उससे सेंके। इससे आप को जरूर आराम मिलेगा।
Exercise करे :
अर्थराइटिस के पीड़ित को नियमित एक्सरसाइज करनी चाहिए। अगर आप को जादा हो रहा हो तो एक्सरसाइज ना करे। रोज Morning Walk पे जाए।
Morning Walk पे जाने के फायदे जानने के लिए यहाँ Click करे।
सूर्यनमस्कार के फायदे जानने के लिए यहाँ Click करे।
योग करे :
नियमित रूप से योग करने से आप को अर्थराइटिस में जरूर लाभ मिलेगा।
योग के फायदे जानने के लिए यहाँ Click करे।
संतरे निम्बू का जूस पिए :
संतरे निम्बू में यूरिक एसिड को शरीर में कम करने की क्षमता होती है। so आप रोजाना संतरे का जूस ले सकते हो।
सुबह सुबह धुप में बैठे :
सुबह की सुनहरी धुप में विटामिन D मौजूद होता है जो की हमारे हड्डियों के लिए अच्छा होता है। इसलिए सुबह सुबह धुप में बैठना चाहिए।
दोस्तों इस तरीके से आप अर्थराइटिस का इलाज कर सकते है। पर याद रहे आप एक अच्छे डॉक्टर या specialist की भी मदत ले सकते है।
तांबे के बर्तन का पानी पिए :
तांबा यानी Copper अर्थराइटिस के दर्द से बहुत हद तक आराम दिलाता है। डॉक्टर की सलाह पर कई लोग तो अर्थराइटिस के दर्द से बचने के लिए तांबे के बर्तन में रखा पानी पीते है। इसका scientific Reason यह है की तांबे में मौजूद ऑक्सिकारणरोधी गन अर्थराइटिस में हो रही जलन को काम करने में मदत करते है।
अर्थराइटिस में अदरक संजीवनी के सामान:
अर्थराइटिस के दर्द को काम करने में अदरक रामबाण का काम करता है। इसलिए कई डॉक्टर मरीजो को अदरक के सेवन की सलाह देते है ,क्योकि यह बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। रोजाना दो ग्राम अदरक दो बार लेने से अर्थराइटिस का दर्द बहोत कम हो जाता है। हल ही में हुए मेडिकल रिसर्च में भी कहा गया है की सुप व सलाद के साथ अदरक का सेवन अर्थराइटिस की समस्या में राहत देता है।
एलोवेरा है अमृत :
एलोवेरा वैसे स्किन के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। लेकिन यह जोड़ो के दर्द में रामबाण इलाज है , एलोवेरा को सरसो की तेल में गर्म करके लगाने से जोड़ो के दर्द को कम किया जा सकता है। एलोवेरा का सेवन केवल अर्थराइटिस के दर्द में ही आराम नहीं देता , बल्कि अन्य बहुत साडी बीमारियों में भी यह फायदेमंद है। एलोवेरा immune System और ऊर्जा के स्तर को मजबूत करता है।
Steam bath और Massage:
स्टीम बाथ और शरीर की मालिश अर्थराइटिस में बहुत हद तक आराम देता है , सरसो के तेल में लहसुन का रस कपूर मिलाकर मालिश करने से बहुत जादा आराम होता है। कई डॉक्टर कहते है जैतून से भी मालिश करने से अर्थराइटिस की पीड़ा कम हो जाती है।
शहद :
रोजाना शहद में थोड़ी दालचीनी मिलाकर गर्म पानी के साथ सेवन करने से अर्थराइटिस से जल्दी आराम मिलता है।
हरी सब्जियों का रस पिए :
अर्थराइटिस से जल्द जल्द छुटकारा पाने के लिए आपको हरी सब्जियों का जूस सुबह खाली पेट रोजाना पीना होगा। लौकी, पत्तागोबी ,पालक,तरबूज ,खीरा , ककड़ी etc
नमक और गरम पानी :
रोज रात को थोड़ा गरम पानी में नमक मिलाकर अपने जोड़ो को उससे सेंके। इससे आप को जरूर आराम मिलेगा।
Exercise करे :
अर्थराइटिस के पीड़ित को नियमित एक्सरसाइज करनी चाहिए। अगर आप को जादा हो रहा हो तो एक्सरसाइज ना करे। रोज Morning Walk पे जाए।
Morning Walk पे जाने के फायदे जानने के लिए यहाँ Click करे।
सूर्यनमस्कार के फायदे जानने के लिए यहाँ Click करे।
योग करे :
नियमित रूप से योग करने से आप को अर्थराइटिस में जरूर लाभ मिलेगा।
योग के फायदे जानने के लिए यहाँ Click करे।
संतरे निम्बू का जूस पिए :
संतरे निम्बू में यूरिक एसिड को शरीर में कम करने की क्षमता होती है। so आप रोजाना संतरे का जूस ले सकते हो।
सुबह सुबह धुप में बैठे :
सुबह की सुनहरी धुप में विटामिन D मौजूद होता है जो की हमारे हड्डियों के लिए अच्छा होता है। इसलिए सुबह सुबह धुप में बैठना चाहिए।
दोस्तों इस तरीके से आप अर्थराइटिस का इलाज कर सकते है। पर याद रहे आप एक अच्छे डॉक्टर या specialist की भी मदत ले सकते है।
Nice Information .. !!! Keep It Up.. I also want to share some facts about shilajit,.
ReplyDeleteShilajit is known for it's beneficial properties. It has great potential to heal different diseases, to improve symptoms of physical and mental diseases like jaundice, digestive tract disorders, urinary tract disorders, enlarged spleen, chronic bronchitis, anemia, anxiety, epilepsy
Benefits of Shilajit
1)Shilajit has a lot of benefits to physical and mental health.
2)The Anti Aging Agent
3)“The Adaptogen and Battles Fatigue”
4)Shilajit Resin “Charger For Your Mitochondria”
5)“Boosts Performance and Pleasure”
Referring some Pure Shilajit Manufacture and supplier in India.
Shilajit Ultra
Nature And Nurture
Nature And Nurture ( for export and supply)