आत्मविश्वास को बढ़ाने के तरीके
दोस्तों, ''डर के आगे जीत है '' ये सिर्फ एक Tag Line नहीं है जैसे के अपने टीवी पर देखा होगा , पर असली जिंदगी में भी ये लाइन काम करती है। ' डर ' हम सभी इस शब्द से वाकिफ़ है, डर सिर्फ आत्मविश्र्वास के कमी के कारण से होता है। वास्तविकता में डर क्या है ये हम नहीं जानते बस कोई न कोई डर हमारे मन में बसा हुआ होता है। भुत - प्रेत या आत्मा का डर ये काल्पनिक डर है। मैं इस डर के बारे में बात नहीं कर रहा, मैं तो उस डर के बारे में बात कर रहा जो हमें अपने जीवन में सफल नहीं होने देता। जिस डर के कारन लोग आज अपनी प्रगती नहीं कर पा रहे है, जिस डर के कारण आज भी लोग गरीब है और छोटी जिंदगी जी रहे है। डर के कारण करोडो लोग जिंदगी का आनंद नहीं ले पा रहे है
डर एक मानसिक बीमारी है, डर क्यों होता है? सिर्फ और सिर्फ आत्मविश्वास की कमी के कारण। हमें प्रयास करना होगा की हमारा आत्मविश्वास को कैसे बढ़ाया जाये, ये कोई जादू से हमारे दिमाख में नहीं घुस जायेग। इसे हमें हासिल करना होगा, दुनिया में जितने भी कामियाब लोग है, वो सब आत्मविश्वास के साथ ही पैदा नहीं हुये, जिन्होंने चिंता ओ को जीते लिया है, जो अपने काम बेफिक्री से करते है, उन लोगो ने ही आत्मविश्वास को पाया है।
आप को एक Story सुनाता हु
एक गांव में दो दोस्त रहते थे, वे इतने अच्छी दोस्त थे कही भी जाते तो साथ में जाते साथ में ही घूमना- फिरना खाना उनकी इतने अच्छी दोस्ती थी। उनमे से एक बलवान था सब लोग उसकी प्रशसा करते थे और दूसरा बहोत की कमजोर था लोग उसका मजाक उड़ाया करते थे इसलिए वो कोई भी काम करते वक़्त डरा हुआ रहता था।
एक दिन दोनों दोस्त जंगल की सैर करने चले गए वो बहोत देर तक घूमते रहे, वे बहोत थक गए थे और उन्हें बहोत प्यास लगी थी। कुछ दूर जाते ही उन्हें एक कूवा दिखा। बलवान दोस्त रस्सी से पाणी निकलने लगा तभी वो फिसल कर कूवे में जा गीरा, ये देखते ही कमजोर दोस्त चिल्लाने लगा पर वह कोई भी नहीं था जो उसकी मदत करता, फिर सुने फ़ौरन कुवे में रस्सी फेंकी और उसके दोस्त ने रस्सी पकड़ी और कमजोर दोस्त अपनी पूरी शक्ति से खींच के उसे बाहर निकल दिया।
कमजोर दोस्त से तो एक बाल्टी पाणी भी नहीं निकल पाता था। फिर उसमे इतनी ताकत कहा से आई ?
दोस्तों हर इन्सान के अंदर सामर्थ ,Self-confidence,Talent होता है लकिन अक्सर सही माहौल न मिलने के कारन वो हमारे भीतर दब जाता है। हमारे आस- पास के लोग जिन्हे ये पसंद नहीं होता की कोई उनसे आगे न निकल जाये इसलिए वो हमेश औरो को Demotivate करते है। इस वजह से कई लोगो का आत्मविश्वास कम हो जाता है, और वो कभी आगे नहीं बढ़ पाते, यह एक कारण था की कमजोर दोस्त में इतने ताकत कैसे आ गइ। क्यों की उसे Demotivate करने वाला वहा कोई न था। हर एक इंसान के अंदर Talent होता है पर जब हम में आत्मविश्वास नहीं होता, तब हम Life के किसी भी Challenge में बिना Try किये ही हार मन लेते है।
हमें अपने आप पर आत्मविश्वास होना चाहिए, हमारे Talent पर भरोसा होना चाहिए और हमें मिलें अवसरों का लाभ उठाना चाहिए। किसी भी काम को बिना किये असंभव या हार नहीं मानना चाहिए। और दोस्तों Life में कभी भी किसी को Demotivate ना करे।
दोस्तों, ''डर के आगे जीत है '' ये सिर्फ एक Tag Line नहीं है जैसे के अपने टीवी पर देखा होगा , पर असली जिंदगी में भी ये लाइन काम करती है। ' डर ' हम सभी इस शब्द से वाकिफ़ है, डर सिर्फ आत्मविश्र्वास के कमी के कारण से होता है। वास्तविकता में डर क्या है ये हम नहीं जानते बस कोई न कोई डर हमारे मन में बसा हुआ होता है। भुत - प्रेत या आत्मा का डर ये काल्पनिक डर है। मैं इस डर के बारे में बात नहीं कर रहा, मैं तो उस डर के बारे में बात कर रहा जो हमें अपने जीवन में सफल नहीं होने देता। जिस डर के कारन लोग आज अपनी प्रगती नहीं कर पा रहे है, जिस डर के कारण आज भी लोग गरीब है और छोटी जिंदगी जी रहे है। डर के कारण करोडो लोग जिंदगी का आनंद नहीं ले पा रहे है
डर एक मानसिक बीमारी है, डर क्यों होता है? सिर्फ और सिर्फ आत्मविश्वास की कमी के कारण। हमें प्रयास करना होगा की हमारा आत्मविश्वास को कैसे बढ़ाया जाये, ये कोई जादू से हमारे दिमाख में नहीं घुस जायेग। इसे हमें हासिल करना होगा, दुनिया में जितने भी कामियाब लोग है, वो सब आत्मविश्वास के साथ ही पैदा नहीं हुये, जिन्होंने चिंता ओ को जीते लिया है, जो अपने काम बेफिक्री से करते है, उन लोगो ने ही आत्मविश्वास को पाया है।
आप को एक Story सुनाता हु
एक गांव में दो दोस्त रहते थे, वे इतने अच्छी दोस्त थे कही भी जाते तो साथ में जाते साथ में ही घूमना- फिरना खाना उनकी इतने अच्छी दोस्ती थी। उनमे से एक बलवान था सब लोग उसकी प्रशसा करते थे और दूसरा बहोत की कमजोर था लोग उसका मजाक उड़ाया करते थे इसलिए वो कोई भी काम करते वक़्त डरा हुआ रहता था।
एक दिन दोनों दोस्त जंगल की सैर करने चले गए वो बहोत देर तक घूमते रहे, वे बहोत थक गए थे और उन्हें बहोत प्यास लगी थी। कुछ दूर जाते ही उन्हें एक कूवा दिखा। बलवान दोस्त रस्सी से पाणी निकलने लगा तभी वो फिसल कर कूवे में जा गीरा, ये देखते ही कमजोर दोस्त चिल्लाने लगा पर वह कोई भी नहीं था जो उसकी मदत करता, फिर सुने फ़ौरन कुवे में रस्सी फेंकी और उसके दोस्त ने रस्सी पकड़ी और कमजोर दोस्त अपनी पूरी शक्ति से खींच के उसे बाहर निकल दिया।
कमजोर दोस्त से तो एक बाल्टी पाणी भी नहीं निकल पाता था। फिर उसमे इतनी ताकत कहा से आई ?
दोस्तों हर इन्सान के अंदर सामर्थ ,Self-confidence,Talent होता है लकिन अक्सर सही माहौल न मिलने के कारन वो हमारे भीतर दब जाता है। हमारे आस- पास के लोग जिन्हे ये पसंद नहीं होता की कोई उनसे आगे न निकल जाये इसलिए वो हमेश औरो को Demotivate करते है। इस वजह से कई लोगो का आत्मविश्वास कम हो जाता है, और वो कभी आगे नहीं बढ़ पाते, यह एक कारण था की कमजोर दोस्त में इतने ताकत कैसे आ गइ। क्यों की उसे Demotivate करने वाला वहा कोई न था। हर एक इंसान के अंदर Talent होता है पर जब हम में आत्मविश्वास नहीं होता, तब हम Life के किसी भी Challenge में बिना Try किये ही हार मन लेते है।
हमें अपने आप पर आत्मविश्वास होना चाहिए, हमारे Talent पर भरोसा होना चाहिए और हमें मिलें अवसरों का लाभ उठाना चाहिए। किसी भी काम को बिना किये असंभव या हार नहीं मानना चाहिए। और दोस्तों Life में कभी भी किसी को Demotivate ना करे।
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