25 June 2016

ज़िन्दगी मिली है तो जीने के शौक भी रखिए

ज़िन्दगी मिली है तो जीने के शौक भी रखिए  life in Hindi.




           आज रोज की तरह मैं सुबह नींद से उठा और सुबह सुबह सैर - सपाटा करने निकल पड़ा।  मैंने Observe किया की सब लोग अपने ही  धुन में और गड़बड़ में अपने-अपने काम पर  जा रहे है।  School  जाते बच्चे, School Teacher, तो कोई अपने job पर जाने के जल्दी में, Nurse अपने Hospital में, Watchman अपने ड्यूटी पे जा रहा, और कोई अपने Shop,Business, अपने अपने काम पर जाने के गड़बड़ में थे।
          

          सब अपनी Routing Life जी रहे थे।  फिर मेरे दिल एक सवाल आया की  इंसान एक जैसे Life जी -जी  के बोर नहीं होता होगा ? क्या पुरे जिंदगी जिंदगी एक ही काम कर कर के वो ऊब नहीं जाता होगा ? Teacher, Watchman, पूरी जिंदगी एक ही काम कर के बोर नहीं होता होगा ? के वो अपनी Life बेहतर बनाने की  कोशिश नहीं करते होगे ? एक average  इन्सान  पुरे Life एक जैसे ही काम कर के Satisfied खुश  रहता होगा। ऐसे बहोत सारे  सवाल मेरे दिमाख में घूमने लगे। 


           
मैं घर आया और आराम से बैठ कर सोचने लगा,  फिर खयाल  आया सब लोगो की अपनी-अपनी जिम्मेदारी होती है, इसलिए सब न चाहते हुए एक ही काम करते होगे। पर सारे लोग सिर्फ एक ही चीज़ के लिए काम कर रहे है और वो है पैसा । इसलिए पूरी जिंदगी एक काम में गुजारते होगे।  क्या पैसा कमाना  ही जीवन का उद्देश है। 

            क्या पैसा कमाना ही जिंदगी का लक्ष है ? लकिन average लोगो की Thinking  यही है की , जिंदगी में खुश  रहने के लिए सिर्फ और सिर्फ ढेर पैसे की जरुरत होती है।  ''पुरे जिंदगी भर पैसे जमा करो और Retirement के बाद Hospital में जमा कर दो'' या बहोत मेहनत कर के Property जमा करो और एक दिन Heart Attack से सीधा उप्पर।  या पैसे जमा करो और उसके पहरेदार बन जावो।  जादा  तर ऐसे ही लोग हमें दिखाई  देते है। 


जिस दिन हमारी मौत होती  है , हमारी धन दौलत सब वैसे ही रह जाती है । 
जब हम इस दुनिया में होते है तो हम धन जमा करने में ही पूरा जीवन बिता देते है
और जब हम दुनिया से चले जाते है तब सारा धन दौलत  बीना खर्चे ही  रह जाता है।  

   

 जिस दिन आपने अपनी ज़िन्दगी 
को खुल कर जी लिया वही दिन
आपका है बाकी तो 
सिर्फ कैलेंडर की तारीखे है। 
           
 पैसा ही कमाना  जिंदगी है, तो  पैसे तो कोई भी कमा लेता  है यहाँ मुझे उस भिखारी की याद आ रहे जो महीने में सिर्फ ४ दिन काम कर के ५०००० रुपये कमाता है। एक दिन मैं पुणे गया था वह Canteen में बैठ कर चाय पी  रहा था तो एक  भिकारी आ कर बैठा मैं  बोर हो राह था तो ऐसे ही उससे बाते शुरू की बातो बातो में उसने बताया की वो सिर्फ  Saturday कात्रज  से सवारगेट हफ्ते में एक दिन पूरा Market घूमता है और पुरे दिन में १००००-१२००० हजार कमाता है। ये तो एक भिकारी था पर बचपन से जिस चाट वाले को मैं  देख राह वो आज भी चाट ही बेच रहा।  और न जाने ऐसे  कितने लोग जो एक ही काम कर रहे है। वो भी पैसा तो कमा ही रहे है न ? पर देखा जाता है की इतनी मेहनत कर के जैसे Life हमे जीना  चाहिए जिस मुकाम पे होना चाहिए वैसे नहीं जीते। 


          दूसरी  तरफ ऐसे बहोत काम लोग होते है जिन्होंने अपने जीवन को पूरी तरह से बदल दिया है या वो एक जैसे Routing  Life आज जी नहीं रहे है।  पर ऐसे लोग बहोत काम दिखाई  पड़ते है।  जैसे मेरे परिचित एक Sir बचपन में हमे पढ़ा ते थे, पर आज उनकी Life बिल्कुल change हो गई है।  आज उनकी खुद की School है Coaching Classes है।  और कई लोग ऐसे भी है जिन्होंने अपने job को resign कर दिया।  आज किसी का बड़ा Restaurant है और एक व्यक्ति की खुद की Travel agency  है।  ये भी एक average लोग ही थे पर मैं  ये देखता हु आज ये बहोत खुश  है अपने आप से और अपने काम से। 
कोई World Tour पे जाता है ,तो कोई enjoy  करने Hell Station  पर जाता है, कोई खुद के  Passion और  Hobby को  Enjoy कर रहा है  तो कोई Social work में अपने जीवन को Satisfied कर रहा है।  But they are Really satisfied and Happy सही मायने  में ये लोग सफल है। . 



        बाकि लोग क्यों नहीं अपने जीवन को बदलने की कोशिश करते है?   
 क्या  कोई भी बेहतर Life नहीं चाहत? 
 क्या कोई भी खुद को आगे  बढ़ाना नहीं चाहता ?

       
           या उन्होंने अपने  Life के साथ Adjust कर लिया है। या वो कभी आगे नहीं बढ़ना चाहते है? 
या i think उन्हें पता नही जीवन क्या  है?  या सफलता क्या  है ?
या उन लोगो ने जीवन दूसरा नाम पैसा रख दिया है।  उन्हें सही मायने में पता ही नहीं की जीवन क्या  है ??
दोस्तों its  My  Personal Thinking But  बहोत सारे Thinker के भी इसी  प्रकार विचार है।

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